National Pension Scheme (NPS) image
Personal Finance Retirement

क्या आप NPS में निवेश करने के यह फायदे जानते हैं?

 

आप सभी निवेशक रिटायरमेंट प्लानिंग (Retirement Planning) करते हैं। और हम सभी एक आरामदायक और शांतिपूर्ण रिटायरमेंट चाहते हैं । लेकिन जीवन की वास्तविकता यह है कि आपका रिटायरमेंट आपके बैंक बैलेंस (Bank Balance) पर निर्भर करता है।


यदि आप अपनी निवेश यात्रा जल्दी शुरू करते हैं और ठीक से निवेश करने के साथ आगे बढ़ते हैं, तो रिटायरमेंट के लिए धन जुटाना कोई असंभव बात नहीं है। और इसके लिए आप NPS (National Pension Scheme) के जरिए अपने जीवन के सबसे महत्वपूर्ण फाइनैंशल गोल (Financial Goal) जो रिटायरमेंट प्लानिंग है उसको आराम से हासिल कर सकते हैं। NPS के जरिए आपको पेंशन या बड़ा फ़ंड मिल सकता है। NPS में न्यूनतम 1000 रुपये के साथ निवेश शुरू कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं NPS के जरिए रिटायरमेंट फंड (Retirement Fund)  जुटाने के कारण।

 

NPS के जरिए रिटायरमेंट फंड जुटाने के प्रमुख कारण क्या हैं?

 

आजीवन पेंशन की गारंटी 

 

जब हम रिटायर होंगे तो हमारी मासिक आय (Monthly Income) रुक जाएगी। लेकिन मासिक आय बंद होने से हमारे रोजमर्रा के खर्च नहीं रुकेंगे। यदि हम अपनी वर्तमान जीवनशैली ( Lifestyle ) को बनाए रखना चाहते हैं तो हमें मुद्रास्फीति (Inflation) को ध्यान में रखना होगा। मुद्रास्फीति के कारण हमारे खर्च बहुत बढ़ जाएंगे। लेकिन अगर हम एनपीएस में निवेश करते हैं, तो हमें हर महीने पेंशन के रूप में इंकम मिलती रहेगी। और आपके रिटायरमेंट के साल आरामदायक होंगे। जब आप 60 साल के हो जाएंगे तो एनपीएस में आपका निवेश परिपक्व हो जाएगा। और इस फंड का 60% आपके बैंक खाते में जमा हो जाएगा। जबकि शेष 40% में से आपको हर महीने पेंशन मिलती रहेगी। तो इसका मतलब यह है कि आपके एनपीएस में फंड जितना बड़ा होगा, आपको उतनी ही अधिक पेंशन मिलेगी। इसलिए जल्द से जल्द NPS में निवेश करना शुरू करें।

 

आपकी मृत्यु के बाद भी आपके परिवार को पेंशन मिलेगी 

 

यह बात बिलकुल सही है। एनपीएस की एक योजना है कि आपकी मृत्यु के बाद भी आपका जीवनसाथी तब तक पेंशन प्राप्त करता रहेगा जब तक वह जीवित रहता है। आपकी मृत्यु के बाद, आपके जीवनसाथी की आय की जरूरतें इस एनपीएस प्लान से पूरी हो जाएंगी।

 


यह भी पढ़ें:

Life Insurance खरीदने से पहले इसे ध्यान में रखना बहुत जरूरी है…

फाइनेंशियल प्लानिंग ( Financial Planning ) करने का सरल तरीका जानें…

Retirement के बाद Monthly Income प्राप्त करने का आसान तरीका

 

 

बढ़ती उम्र के साथ जोखिम में कमी 

 

हम रिटायरमेंट के लिए एनपीएस में निवेश करते हैं। एनपीएस में हमारे रिटायरमेंट फंड् को बाजार के उतार-चढ़ाव से बचाने के लिए ऑटोमैटिक रिस्क घटाने की विधि है। जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती जाएंगी NPS (National Pension Scheme) में आपके निवेश पर ऑटोमैटिक जोखिम कम हो जाएगा और आपका निवेश इक्विटी (Equity) से फिक्स्ड इनकम (Fixed Income) में ट्रांसफर होता रहेगा। इसलिए जब आपकी रिटायरमेंट की उम्र नजदीक आ जाएगी तो इक्विटी में आपका निवेश कम हो जाएगा और फिक्स्ड इनकम में आपका फंड ज्यादा होगा।


धारा 80 सी में अतिरिक्त कर लाभ 

 

धारा 80 सी (Section 80 C) का लाभ उठाने के लिए सरकार द्वारा अनुमोदित योजना में 1.5 लाख रुपये का निवेश करके आप कर कटौती (Tax Deduction) प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन एनपीएस में 50,000 रुपये का अतिरिक्त निवेश करके आपको 15,600 रुपये के अतिरिक्त टैक्स की बचत होगी। लेकिन याद रखें कि यह अतिरिक्त लाभ एनपीएस के टियर -1 खाते (NPS Tier-1 Account) में किए गए निवेश पर ही उपलब्ध होगा। और एनपीएस की मैच्योरिटी राशि पर कोई टैक्स नहीं लगाया जाएगा।

एनपीएस एक ऐसी योजना है जो व्यक्ति की रिटायरमेंट को ध्यान में रखकर शुरू की गई है। आप एनपीएस की मैच्योरिटी राशि का 60 फीसदी रकम  एकमुश्त निकाल सकते हैं। जबकि शेष राशि से आपको Annuity(पेंशन) खरीदनी अनिवार्य है। और आपके लिए यह जानना जरूरी है की इस Annuity द्वारा प्राप्त पेंशन कर योग्य है।

 

NPS (National Pension Scheme) की मुख्य विशेषताएं क्या हैं?

 

  • आप भारत के किसी भी राज्य से एनपीएस अकाउंट ऑपरेट कर सकते हैं। एनपीएस कॉरपोरेट अकाउंट भी एक कंपनी से दूसरी कंपनी में आसानी से ट्रांसफर किया जा सकता है।
  • एनपीएस आपको फंड मैनेजर, निवेश विकल्प और वार्षिकी (Annuity) में काम करने वाली कंपनी चुनने की अनुमति देता है।
  • एनपीएस भारत में उपलब्ध सबसे सस्ता निवेश उत्पाद है।
  • भारत सरकार और राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए एनपीएस में फिक्स्ड कंट्रीब्यूशन स्कीम के तहत निवेश करना अनिवार्य है। इसके अलावा, भारत के नागरिक भी स्वेच्छा से एनपीएस में निवेश कर सकते हैं
  • एनपीएस अकाउंट मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं। व्यक्तिगत एनपीएस खाता और कॉर्पोरेट एनपीएस खाता
  • सब्सक्राइबर्स एक ही PRAN (Permanent Retirement Account Number) से दो प्रकार के अकाउंट, Tier 1 और Tier 2 खोल सकते हैं।  
  • Tier 1 खाते में जमा किए पैसे से आपको धारा 80 सीसीडी (1 बी) के तहत अतिरिक्त 50,000 रुपये तक की कर कटौती का लाभ मिलता है। यह राशि धारा 80 सी के तहत मिलने वाले 1.50 लाख रुपये के लाभ से ऊपर है।
  • उपभोक्ता Tier 2 खाते में अतिरिक्त राशि जमा कर सकते हैं। और वह जब चाहे अपनी जरूरत के हिसाब से यह सारी रकम निकाल सकते है। लेकिन Tier 2 अकाउंट में कोई टैक्स बेनिफिट उपलब्ध नहीं है।
  • एनपीएस को PFRDA (Pension Fund Regulatory & Development Authority) द्वारा विनियमित किया जाता है। और आप इस खाते को ऑनलाइन भी संचालित कर सकते हैं। ताकि आप इस अकाउंट को आसानी से मैनेज कर सकते हैं। 

इस तरह एनपीएस एक लॉन्ग-टर्म इनवेस्टमेंट प्लान है। और एनपीएस की न्यूनतम लॉक-इन अवधि 10 वर्ष है। इसलिए उपभोक्ताओं को चक्रवृद्धि ब्याज का लाभ भी मिलता है। और आप मैच्योरिटी पर बड़ी रकम जमा कर सकते हैं। 

और NPS (National Pension Scheme  में ऑटोमैटिक रिस्क को कम करने की स्ट्रेटजी और अन्य टैक्स बेनिफिट्स की बदौलत एनपीएस रिटायरमेंट सेविंग्स (Retirement Savings) के लिए एक बेहतरीन प्रॉडक्ट है ।

 

This post ends here. Please do visit our homepage for more such post.

Image Credits: Money photo created by kstudio – www.freepik.com

Niketu Dave
I am an MBA and an AMFI (Association of Mutual Funds of India) registered Mutual Fund Distributor. I am passionate about Personal Finance, Investment, Mutual Funds and Share Markets. Facebook LinkedIn

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *