bit coin
Personal Finance

क्या बिटकॉइन (Bitcoin) में निवेश करके करोड़पति बनना एक मृगतृष्णा (Mirage) है?

 

अभी कुछ समय पहले मैंने अखबार में एक खबर पढ़ी थी। दुनिया का सबसे बड़ा ऑप्शंस एक्सचेंज CBOE (शिकागो बोर्ड ऑप्शंस एक्सचेंज), जिसको 1973 में स्थापित किया गया था। इसने बिटकॉइन फ्यूचर्स में ट्रेडिंग की अनुमति दी है। और इस अमेरिकी एक्सचेंज में बिटकॉइन में ट्रेडिंग भी शुरू हो गई है। इस एक्सचेंज पर ट्रेडिंग डिजिटल एसेट कंपनी GEMINI द्वारा निर्धारित नीलामी मूल्य पर आधारित है।आपको जानकर हैरानी होगी कि सीएमई (शिकागो मर्केंटाइल एक्सचेंज सेंटर) ने भी बिटकॉइन में कारोबार शुरू कर दिया है। और बिटकॉइन में ट्रेडिंग के पहले दिन दो बार कारोबार बंद करना पड़ा। बिटकॉइन का व्यापार करने के लिए इतना लोड था कि ट्रैफिक जाम हो गया था। उस दिन बिटकॉइन पर ट्रेडिंग खुलते ही 1 बिटकॉइन की कीमत 15500 अमेरिकी डॉलर थी और ट्रेडिंग बंद होने पर 1 बिटकॉइन 18800 अमेरिकी डॉलर पर था। और उसी दिन बिटकॉइन की कीमत बढ़कर 1 बिटकॉइन की यूएस $19843 हो गई थी। और उस दिन न्यूनतम बिटकॉइन दर 1 बिटकॉइन की  यूएस $ 13914 पर तय की गई थी। वर्तमान में, 1 बिटकॉइन की कीमत दिसंबर 2020 में लगभग 37000 अमेरिकी डॉलर हो गई है। बिटकॉइन की कीमत पिछले एक महीने में तेजी से बढ़ी है।

 

बिटकॉइन क्या है?

 

बिटकॉइन एक ऐसी मुद्रा है जिसे आप देख या छू नहीं सकते। लेकिन आजकल बिटकॉइन के माध्यम से ऑनलाइन वित्तीय लेन-देन संभव हो रहा है। बिटकॉइन एक क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) है। इस करेंसी का इस्तेमाल करते वक्त हैकिंग का खतरा भी रहता है। इसलिए बिटकॉइन ट्रांजैक्शन के लिए क्रिप्टोग्राफी का इस्तेमाल किया जाता है। बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है। और वर्ल्ड वाइड पेमेंट सिस्टम का हिस्सा बन गया है। और भारत के आरबीआई (रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया) या दुनिया के किसी भी देश के केंद्रीय बैंक का इस पर कोई नियंत्रण नहीं है।

 

आइए अब हम बिटकॉइन की तुलना हवा से करें। क्या हम हवा को देख या छू सकते हैं? हम हवा से परिचित हैं भले ही हम हवा को देख या छू नहीं सकते। सावधान, निवेशक मित्र। यह मुद्रा केवल भरोसे पर चल रही है। जैसे कई लोग परमेश्वर के अस्तित्व में विश्वास करते हैं, और कई लोग परमेश्वर के अस्तित्व को स्वीकार नहीं करते हैं। बिटकॉइन ठीक वैसे ही मौजूद है जैसे हम मानते हैं कि यह दुनिया किसी के द्वारा बनाई गई है।

 

बिटकॉइन को स्टोर कैसे करें?

 

बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी या डिजिटल करेंसी है। बिटकॉइन एक तरह की क्रिप्टोकरेंसी के अलावा और कुछ नहीं है। बिटकॉइन स्टोर करने के लिए आपको बैंक लॉकर या सेफ की जरूरत नहीं होगी। इस करंसी को आप अपने डिजिटल वॉलेट में ऑनलाइन रख सकते हैं। लेकिन एक जागरूक निवेशक के रूप में आपको यह जानना जरूरी है कि इस प्रकार की मुद्रा पर किसी का नियंत्रण नहीं है। रुपए, पाउंड, डॉलर या येन को उस देश के केंद्रीय बैंक द्वारा नियंत्रित किया जाता है। लेकिन बिटकॉइन किसी भी संगठन द्वारा नियंत्रित नहीं है। इसलिए बिटकॉइन को विकेंद्रीकृत मुद्रा (Decentralized Currency) भी कहा जाता है। जिस प्रकार किसी व्यक्ति या संगठन को प्राकृतिक संसाधनों जैसे वायु, जल, सूर्य और चंद्रमा का अधिकार नहीं है, उसी प्रकार किसी को भी बिटकॉइन का अधिकार नहीं है। माना जाता है कि बिटकॉइन का आविष्कार सातोशी नाकामोटो ने जनवरी 2009 में किया था। किसी भी देश की मुद्रा का मूल्य उस देश के सोने और विदेशी मुद्रा भंडार, कर्ज, आर्थिक स्थिति और विकास की गति पर आधारित होता है। लेकिन जब बिटकॉइन की बात आती है तो ऐसे कोई मानक उपलब्ध नहीं हैं। बिटकॉइन की कीमत इसकी मांग और आपूर्ति के आधार पर निर्धारित की जाती है। 

    

बिटकॉइन में ट्रांजैक्शन कैसे करें? 

 

बिटकॉइन रखने के लिए आपको अकाउंट खोलना होगा। इस अकाउंट को बिटकॉइन वॉलेट कहा जाता है। कई तरह के वॉलेट होते हैं। आप किसी भी प्रकार के वॉलेट जैसे डेस्कटॉप वॉलेट, मोबाइल वॉलेट, ऑनलाइन वॉलेट या हार्डवेयर वॉलेट का उपयोग करके खाता खोल सकते हैं। यह वॉलेट आपको यूनीक आइडेंटिफिकेशन (UI) देता है।  इस आईडी का इस्तेमाल करके बिटकॉइन का माइनिंग और स्टोर भी किया जा सकता है। आप इस यूआईडी का इस्तेमाल कर वॉलेट से बिटकॉइन बेच भी सकते हैं। इस तरह बिटकॉइन में कोई भी ट्रांजैक्शन करने के लिए आपके पास बिटकॉइन वॉलेट होना जरूरी है। प्रत्येक मुद्रा को छोटे भागों में विभाजित किया जाता है। जैसे रूपिये को पैसे में, पाउंड को पेनी में, डॉलर को सेंट में इसी तरह 1 बिटकॉइन को सटोशी में विभाजित किया जाता है। बिटकॉइन की दर अमेरिकी डॉलर में निर्धारित होती है। इसलिए रुपये में बिटकॉइन का मूल्य अमेरिकी डॉलर और भारतीय रुपये के बीच के विनिमय दर को देखते हुए निर्धारित किया जाता है।

 

यदि आप ऑनलाइन सामान और सेवाएं दे रहे हैं और खरीदार बिटकॉइन में भुगतान करता है, तो आप इसका स्वीकार करके सामान दे सकते हैं। और जब भी बिटकॉइन की कीमत बढ़ती है तो आप इसे बेचकर ज्यादा रिटर्न भी हासिल कर सकते हैं। बिटकॉइन की दरें अब बढ़ रही हैं और बढ़कर 37,000 अमेरिकी डॉलर हो गई हैं। लेकिन इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि भविष्य में भी इसका मूल्य लगातार बढ़ता रहेगा। 

 

जब आप शेयर बाजार में शेयर बेचते हैं तो आपको शेयर का मूल्य मिलता है। अगर आप स्टॉक को डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर करते हैं और शेयर प्राइस बढ़ने पर बेचते हैं तो आपको प्रॉफिट भी मिल सकता है।

 

बिटकॉइन माइनिंग कैसे करें?

 

आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन आप बिटकॉइन माइनिंग भी कर सकते हैं। बिटकॉइन माइनिंग के लिए हाई स्पीड प्रोसेसर और बेहतरीन हार्डवेयर वाले कंप्यूटर की जरूरत होती है। इस प्रकार के कंप्यूटर में बहुत अधिक ऊर्जा की खपत होती है। क्योंकि बिटकॉइन का माइनिंग करने के लिए, कंप्यूटर को बहुत जटिल गणितीय समस्याओं को हल करने के लिए कंप्यूटर कोड का उपयोग करना पड़ता है। 1 बिटकॉइन का माइनिंग करने के लिए 215 किलोवाट ऊर्जा की आवश्यकता होती है। बिटकॉइन ट्रांजैक्शन करने के लिए आपको $ 7.30 चार्ज भी देना होगा। बिटकॉइन के माध्यम से हम जो लेन-देन करते हैं, उन्हें सत्यापित करने की आवश्यकता होती है। जो व्यक्ति बिटकॉइन लेन-देन का सत्यापन करता है उसे माइनर कहा जाता है। बिटकॉइन में किया गया लेन-देन सही है या गलत वह सत्यापित करने कि जिम्मेदारी माइनर की होती है। और इस काम के लिए उन्हें बिटकॉइन में सैलरी मिलती है। इस कार्य को करने के लिए माइनर के पास उच्च कार्य क्षमता वाले कंप्यूटर और ग्राफिकल प्रोसेसिंग यूनिट (GPU) होते है। ऐसे कंप्यूटर और जीपीयू काफी महंगे होते हैं। और इस विधि से माइनिंग करके नए बिटकॉइन बनाए जाते हैं।

 

सरकार देश में आरबीआई द्वारा छापी जाने वाली मुद्राओं की संख्या से बंधी हुई है। बिटकॉइन के साथ भी कुछ ऐसा ही हो रहा है।  बिटकॉइन माइनिंग की सीमा 21 मिलियन बिटकॉइन तय की गई है और वर्तमान में सिस्टम में 18.5 मिलियन बिटकॉइन चलन में हैं। 

 

पुराने समय में वस्तु विनिमय प्रणाली प्रचलित थी। इसके बाद करंसी से व्यापार शुरू हुआ। और अब बिटकॉइन के जरिए ऑनलाइन डिजिटल लेनदेन  हो रहे हैं। ऐसे में लोगों में बिटकॉइन को लेकर संशय होना स्वाभाविक है।   


यह भी पढ़ें:

क्या आज के दौर में भी PPF (Public Provident Fund) उतना ही फायदेमंद है?

क्या आप जानते हैं पोस्ट ऑफिस की सबसे बेहतरीन रिटर्न देनेवाली SCSS (Senior Citizens Savings Scheme) में निवेश करने के ये फायदे???

म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) का सही चुनाव कैसे करें?


 

बिटकॉइन की लेनदेन किसके जरिए होती हैं?

 

जब हम बैंकिंग प्रणाली के माध्यम से लेन-देन करते हैं, तो यह हमारे खाते में दर्ज होता है। और इससे हमें पता चलता है कि लेन-देन खतम हो गया है। इसी तरह हम बिटकॉइन की लेनदेन ‘ब्लॉकचेन’(Blockchain) के जरिए करते हैं। और पब्लिक  लेजर में प्रत्येक लेन-देन का रिकॉर्ड दर्ज किया जाता है। इससे पहले, प्रत्येक लेन-देन की जानकारी के लिए पब्लिक लेजर ही एकमात्र डेटाबेस था और इसे हैक या बदला जा सकता था। ऐसा होने से रोकने के लिए, डेटा को अब अलग-अलग कंप्यूटरों पर विभिन्न स्थानों में संग्रहीत किया जाता है। और बिटकॉइन के सभी लेनदेन कंप्यूटर पर विभिन्न स्थानों में दर्ज किए जाते हैं। और इसे ब्लॉकचेन कहा जाता है। बिटकॉइन ब्लॉकचैन में बिटकॉइन लेनदेन का रिकॉर्ड उस लेनदेन का प्रमाण है। बिटकॉइन ट्रांजैक्शन के लिए बैंक, क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड की जरूरत नहीं होती क्योंकि बिटकॉइन ट्रांजैक्शन नेटवर्क आधारित होते है। आज ऑनलाइन सेक्टर में काम करने वाले डेवलपर्स या एंटरप्रेन्योर बिटकॉइन का इस्तेमाल कर रहे हैं। और इस बिटकॉइन के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय भुगतान भी आसानी से हो जाता है।

 

बिटकॉइन में ट्रेडिंग के फायदे क्या हैं?

 

  • अगर बिटकॉइन से ट्रांजैक्शन किया जाता है तो डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड ट्रांजैक्शन के शुल्क की तुलना में काफी कम चार्जेज चुकाने होंगे। 
  • बिटकॉइन के जरिए दुनिया भर में आसानी से कारोबार किया जा सकता है। 
  • बैंक उसके द्वारा जारी क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड को ब्लॉक कर सकता है लेकिन बिटकॉइन अकाउंट को ब्लॉक नहीं किया जा सकता। 
  • आपके बिटकॉइन लेन-देन की निगरानी सरकार या किसी संगठन द्वारा नहीं की जा सकती। 
  • लंबे समय के लिए निवेश करने के लिए बिटकॉइन फ़ायदेमंद लगता है और वर्तमान में बिटकॉइन की कीमत भी बढ़ रही है।
  • बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है और इसके खराब होने का डर नहीं है।

 

बिटकॉइन में ट्रेडिंग के नुकसान क्या हैं?

 

  • बिटकॉइन की कीमत में उतार-चढ़ाव होता है और कभी-कभी इसमें काफी उतार-चढ़ाव होता है। इसलिए स्वाभाविक रूप से निवेश के अन्य साधनों की तुलना में जोखिम भी काफी अधिक होता है।
  • और अगर आपका कंप्यूटर हैक हो जाता है, तो हैकर आपके सभी बिटकॉइन ले जाएगा। और आपको ऐसे समय में सरकार से कोई सहायता नहीं मिलेगी। अब तक अलग-अलग एक्सचेंजों से 9.80 लाख बिटकॉइन चोरी हो चुके हैं। और इसके वापस आने की संभावना नहीं है ।

 

पहले के समय में लोग सोने में निवेश करते थे और अब धीरे-धीरे वे बिटकॉइन में भी निवेश कर रहे हैं। जिस तरह एक सदी पहले लोग बैंक में पैसा रखने से डरते थे, उसी तरह आज भी कुछ लोग ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से डरते हैं। इस तरह, एक सदी के बाद, लोग नियमित रूप से बिटकॉइन में ट्रेडिंग करेंगे। आरबीआई ने सर्कुलर जारी कर निवेशकों को चेतावनी दी है कि उसने किसी भी व्यक्ति या संस्था को बिटकॉइन में ट्रेडिंग या माइनिंग का लाइसेंस नहीं दिया है। इस डिजिटल करेंसी को सरकार से कोई सुरक्षा नहीं मिलती है।

 

लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, कुछ देशों के केंद्रीय बैंक अपनी मंजूरी और नियंत्रण के तहत क्रिप्टोकरेंसी जारी करने की योजना बना रहे हैं। जबकि दुनिया के कुछ देशों के केंद्रीय बैंकों ने क्रिप्टोकरेंसी के खिलाफ चेतावनी दी है यह एक उच्च जोखिम वाली मुद्रा है।

 

This post ends here. Please do visit our homepage for more such posts.

Image Credits: Business photo created by pvproductions

 

Niketu Dave
I am an MBA and an AMFI (Association of Mutual Funds of India) registered Mutual Fund Distributor. I am passionate about Personal Finance, Investment, Mutual Funds and Share Markets. Facebook LinkedIn

One Reply to “क्या बिटकॉइन (Bitcoin) में निवेश करके करोड़पति बनना एक मृगतृष्णा (Mirage) है?

Leave a Reply to Nehrika Joshi Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *