जब निवेश के गुरु Warren Buffet से पूछा गया की आप इंडेक्स फ़ंड (Index Fund) में निवेश करेंगे , तब उन्हों ने कहा कि मेंने मेरी पत्नी को मेरे मृत्यु के बाद मेरा सारा पैसा Index Fund में निवेश करने को कहा है ।
विकसित बाजार की तुलना में भारत में इंडेक्स फंड लोकप्रिय क्यों नहीं हैं?
जहां से हम मार्गदर्शन लेते हैं ऐसे विकसित बाजार में इंडेक्स फ़ंड (Index Fund) बहुत लोकप्रिय हैं । क्योंकि यह एक पुराना और परिपक्व बाजार है। और हमें इस बाजार से ज्ञान मिलता है । इंडेक्स फ़ंड (Index Fund) में निवेश के प्रति जागरूकता में भारी वृद्धि का कारण यह है कि यह निवेश करने का एक सरल तरीका है। आपको प्रश्न होता होगा कि विकसित बाजार की तुलना में भारत में इंडेक्स फंड (Index Fund) लोकप्रिय क्यों नहीं हैं ? क्योंकि रेगुलर Mutual Fund भारत में इंडेक्स फंड (Index Fund) से ज्यादा रिटर्न देता है। सबसे पहले मैं आपको बताना चाहता हूं कि इंडेक्स फंड (Index Fund) क्या है ?
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इंडेक्स फंड (Index Fund) क्या है ?
जब हम अपना पैसा निवेश करने के लिए फंड मैनेजर को देते हैं, तो वह हमारी ओर से म्यूचुअल फंड (Mutual Fund)में अलग-अलग स्टॉक खरीदता और बेचता है। और जब हम इंडेक्स फंड (Index Fund) में निवेश करते हैं, तो हम फंड मैनेजर (Fund Manager) को SENSEX या NIFTY में शेयरों के अनुपात के अनुसार निवेश करने के लिए बाध्य करते हैं । तो आपका दैनिक Loss और Gain बिल्कुल Index की तरह होगा। यदि इंडेक्स 1% से ऊपर जाता है, तो लाभ भी 1% होगा। और अगर इंडेक्स 1% तक नीचे चला जाता है तो नुकसान भी 1% होगा । इस तरह Index Fund में किया हुआ आपका निवेश सेंसेक्स या निफ्टी के रिटर्न के लगभग समान ही रहेगा।
हां, लेकिन इंडेक्स फंड (Index Fund)के Expense Ratio और Tracking Error के कारण Return में मामूली अंतर आएगा । इसलिए आपके Investment का Return हमेशा सेंसेक्स या निफ्टी जैसा ही रहेगा। पर इंडेक्स फंड (Index Fund) में निवेश करने से आपको हमेशा औसत रिटर्न से ही संतुष्ट रहेना होगा । इंडेक्स फंड (Index Fund) में निवेश किए गए पैसे कौन से शेयरों में निवेश किए गए है उसके बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं होगी । और अगर फ़ंड मैनेजर (Fund Manager) भी बदल जाता है तो भी इससे आपके निवेश पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इंडेक्स फंड (Index Fund) बहुत ही Low-Cost प्रॉडक्ट है । इसका Expense Ratio अन्य रेगुलर म्यूचुअल फ़ंड (Mutual Fund) की तुलना में कम है।
भारत में इंडेक्स फंड ज्यादा सफल नहीं होने की मुख्य वजह क्या है?
भारत में इंडेक्स फंड (Index Fund) ज्यादा सफल नहीं होने की मुख्य वजह यह है कि रेगुलर म्यूचुअल फंड मैनेजर इंडेक्स से ज्यादा रिटर्न देने में सफल रहे हैं। इसके अलावा वे Small-Cap Funds और Mid-Cap Funds में Benchmark Index से ज्यादा रिटर्न देने में सफल रहे हैं । इससे पहले भारत में LIC और UTI जैसे संस्थान बड़े पैमाने पर इंडेक्स में निवेश करते थे । लेकिन अब स्थिति काफी अलग है और Index में विदेशी निवेशकों, EPFO (Employees Provident Fund Organization) और AMCs (Asset Management Companies) के द्वारा बहुत बड़े पैमाने पर निवेश किया जा रहा है ।
अमेरिका में, 401k योजना के माध्यम से Index में बड़े निवेश किए जाते हैं। इस तरह अमेरिका और ब्रिटेन जैसे बाजारों में लंबी अवधि की बचत को इंडेक्स फंड (Index Fund) में निवेश किया जा रहा है। भारत में, EPFO (Employees Provident Fund Organisation) द्वारा 18,000 करोड़ रुपये का निवेश Index में किया गया है।
इंडेक्स फंड की मुख्य विशेषताएं क्या है?
- इंडेक्स फंड दीर्घकालिक निवेश के लिए उचित उत्पाद है। और यह म्यूचुअल फंड की अन्य श्रेणियों की तुलना में कम जोखिम वाला उत्पाद है।
- आपके इंडेक्स फंड का रिटर्न इस बात पर निर्भर करती है कि वह किस इंडेक्स का अनुसरण करता है। और उस इंडेक्स में होनेवाले उतार-चढ़ाव पर भी आपका रिटर्न निर्भर है।
- इसलिए इंडेक्स फंड का रिटर्न इंडेक्स के समान ही होता है।
- इंडेक्स फंड्स को निष्क्रिय रूप से प्रबंधित किया जाता है, इसलिए उनका व्यय अनुपात (Expense Ratio) सक्रिय रूप से प्रबंधित म्यूचुअल फंडों की तुलना में कम है।
- भारत में एक्टिव म्यूचुअल फंड्स का एक्सपेंस रेश्यो 1 से 2 फीसदी के बीच है।
- जबकि इंडेक्स फंड का एक्सपेंस रेश्यो 0.20 और 0.50 फीसदी के बीच है। लागत में यह अंतर लंबे समय में आपकी रिटर्न में एक बड़ा अंतर बनाता है।
- इंडेक्स फंड में निवेश करने से आपके पोर्टफोलियो में विविधता आती है। क्योंकि इंडेक्स में अलग-अलग सेक्टर्स की टॉप कंपनियां शामिल हैं।
- इंडेक्स फंड में फंड मैनेजर आपकी धन राशि को अपनी इच्छानुसार निवेश नहीं कर सकता है। इसलिए फंड मैनेजर की गलती के कारण किसी तरह का नुकसान होने की संभावना नहीं है।
- इंडेक्स फंड में निवेश करने से आपको लंबी अवधि में फिक्स्ड डिपॉजिट की तुलना में अधिक रिटर्न मिलने की संभावना है।
- यदि आप 1 साल में अपने निवेश को इंडेक्स फंड से बेचते हैं, तो आपको 15% एसटीसीजी (शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन) टैक्स देना होगा। और अगर आप अपनी यूनिट को 1 साल के बाद बेचते हैं, तो आपको 10% LTCG (लॉन्गटर्म कैपिटल गेन) टैक्स देना होगा और इसके ऊपर आपको इंडेक्सेशन का लाभ भी मिलेगा। यदि बेचे गए यूनिट की कीमत 1 लाख रुपये से कम है, तो आपको एलटीसीजी का भुगतान करने की आवश्यकता नहीं है।
- निवेशकों को कम ट्रैकिंग एरर वाले इंडेक्स फंड में निवेश करना चाहिए।, आपके फंड की ट्रैकिंग एरर जितनी कम होगी रिटर्न उतना ही अधिक मिलेगा।
लेकिन जब तक रेगुलर म्यूचुअल फंड (Mutual Fund)को इंडेक्स फंड (Index Fund) से ज्यादा रिटर्न मिल रहा है तब तक अपने पोर्टफोलियो का एक बड़ा हिस्सा इंडेक्स फंड (Index Fund) में रखना उचित नहीं है । और अगर आप अपना सारा पैसा एक इंडेक्स फंड (Index Fund) में निवेश करते हैं, तो आपको औसत रिटर्न से संतुष्ट होना होगा।
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