Exit Load in Mutual Fund image
Mutual Funds

म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में एग्जिट लोड (Exit Load) को समझें

 

एग्जिट लोड (Exit Load) !!! वह क्या है ? कई बार देखा गया है कि म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश करने वाले कई दोस्तों को एग्जिट लोड के बारे में पता नहीं होता है। तो चलिए एग्जिट लोड के बारे में समझते हैं। अक्सर ऐसा देखा गया है कि म्यूचुअल फ़ंड में किया हुआ लॉन्ग-टर्म इनवेस्टमेंट इन्वैस्टर मित्रों द्वारा अपनी शॉर्ट-टर्म अवश्यकता के लिए खर्च कर दिया जाता है। इस तरह के व्यवहार से आपके निवेश को नुकसान पहुंच सकता है।

 

म्यूचूअल फंड एग्जिट लोड क्यों लगाते है?


आप आपके इनवेस्टमेंट को समय से पहले म्यूचुअल फ़ंड में से नहीं निकाले इस लिए म्यूचुअल फ़ंड स्कीम (Mutual Fund Scheme) आपके इनवेस्टमेंट पर एग्जिट लोड नामक पेनल्टी लगाती है। जब हम कम समय में म्यूचुअल फ़ंड में किए हुए निवेश को निकालते है तो म्यूचुअल फ़ंड के द्वारा हमारे इनवेस्टमेंट पर एक छोटी सी पेनल्टी लगाए जाती है। इस पेनल्टी को एग्जिट लोड (Exit Load) कहते है। कुछ म्यूचुअल फंड योजनाओं को छोड़कर, अधिकांश म्यूचुअल फंड योजनाएं कम समय में होने वाले विथड्रोल पर एग्जिट लोड लगाती हैं। लेकिन हर निवेशक मित्र को यह याद रखना चाहिए कि इसका मतलब यह नहीं है कि बिना एग्जिट लोड की म्यूचुअल फंड स्कीम अच्छी है और एग्जिट लोड वाली स्कीम खराब है। म्यूचुअल फंड स्कीम (Mutual Fund Scheme) का मूल्यांकन केवल एग्जिट लोड के आधार पर नहीं किया जाना चाहिए।

 

म्यूचूअल फंड मैनेजर क्यों चाहता है कि आप लंबे समय तक निवेशित रहो?

 

तो आप सोच रहे होंगे कि एग्जिट लोड क्यों है और म्यूचुअल फंड स्कीम पर एग्जिट लोड क्यों लगाया जाता है? एग्जिट लोड इसलिए लगाया जाता है क्योंकि आप अपने निवेश को अनावश्यक रूप से यानी समय से पहले निकाले नहीं। हर म्यूचुअल फंड मैनेजर ( Mutual Fund Manager ) चाहता है कि उनका निवेशक लंबे समय तक उनकी स्कीम में निवेशित रहे। और फंड मैनेजर का यह व्यवहार योग्य भी है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अगर कई निवेशक एक ही समय में म्यूचुअल फंड स्कीम से बाहर निकल जाते हैं, तो फंड मैनेजर (Fund Manager) को जल्दबाजी में अच्छे शेयरों (Good Stocks) को बेचना पड़ता है और इसके परिणामस्वरूप म्यूचुअल फंड स्कीम ( Mutual Fund Scheme ) में बाकी रहे निवेशक के रिटर्न में भविष्य में नुकसान होगा। आप म्यूचुअल फ़ंड स्कीम से जल्द ही बाहर न निकले इसलिए फ़ंड द्वारा स्कीम पर एग्जिट लोड (Exit Load) लगाया जाता है।

 


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कितने प्रकार के एग्जिट लोड होते हैं? 

 

आइए अब विभिन्न प्रकार के एग्जिट लोड के बारे में समझते हैं। कुछ फंड अपनी स्कीम पर फिक्स्ड एग्जिट लोड लगाते हैं। इसलिए कुछ म्यूचुअल फ़ंड स्कीम इनवेस्टमेंट को जल्दी विथड्रॉ करने पर थोड़ा ज्यादा एग्जिट लोड लगाती हैं और कुछ स्कीम देर से निवेश को निकालने पर कम एग्जिट लोड लेती हैं। और कुछ समय बाद Exit Load शून्य भी हो जाता है। कुछ प्रकार के डेट फंड (Debt Fund) में एग्जिट लोड थोड़ा अधिक होता है। कुछ प्रकार के डेट फंड, जैसे क्रेडिट रिस्क फंड (Credit Risk Fund) में अलग-अलग समय अवधि के लिए अलग-अलग  एक्ज़िट लोड एग्जिट होते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप 12 महीने पहले अपना निवेश वापस लेते हैं तो 3%, 24 महीने पहले निकालते हैं तो 2% और 36 महीने पहले विथड्रॉ करते हैं तो 1% एक्ज़िट लोड लगता हैं ।

 

म्यूचूअल फंड स्कीम एग्जिट लोड से प्राप्त पैसे का क्या करते है?

 

ज़्यादातर म्यूचुअल फंड एग्जिट लोड से प्राप्त होनेवाली धनराशि का इस्तेमाल अपनी मार्केटिंग के लिए 2012 से पहले करते थे। लेकिन इससे म्यूचुअल फ़ंड स्कीम (Mutual Fund Scheme) में बाकी रहे निवेशको को नुकसान होता था। इसलिए SEBI (Securities & Exchange Board Of India) ने बाकी रहे निवेशको को नुकसान से बचाने के लिए एग्जिट लोड (Exit Load) से प्राप्त होनेवाली धनराशि को म्यूचुअल फ़ंड स्कीम में जमा करने का आदेश दिया है। और इसके बदले में म्यूचुअल फ़ंड स्कीम को 20 बेसिस पॉइंट ज्यादा चार्ज करने की अनुमति दी गई थी जो 2018 में घटाकर 5 बेसिस पॉइंट कर दी गई है।


इस प्रकार अनावश्यक विथड्रॉवल को रोकने के लिए म्यूचुअल फ़ंड स्कीम द्वारा एग्जिट लोड (Exit Load) लगाया जाता है।

 

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Image Credits: Image by Paul Brennan from Pixabay

Niketu Dave
I am an MBA and an AMFI (Association of Mutual Funds of India) registered Mutual Fund Distributor. I am passionate about Personal Finance, Investment, Mutual Funds and Share Markets. Facebook LinkedIn