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Mutual Funds

क्या रिटेल इनवेस्टर को डेट फंड (Debt Fund) में निवेश करना चाहिए?

 

पिछले कुछ समय में डेट फ़ंड (Debt Fund) और विशेषकर FMP (Fixed Maturity Plan) में जो अस्थिरता देखि गई वह रिटेल इन्वैस्टर के लिए इसकी उपयोगिता पर संदेह करती है। तो आइए समझते हैं कि डेट फ़ंड (Debt Fund) में निवेश करने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। अभी हर रिटेल निवेशक (Retail Investor) को यह सवाल हो रहा है कि मौजूदा स्थिति में उसे अपने पोर्टफोलियो में डेट फंड रखना चाहिए या नहीं।

 

जब हर तरफ से अर्थव्यवस्था की बुरी खबर आ रही हो तो हमें यह समझने की जरूरत है की यह कितनी बड़ी समस्या है। इन सभी आर्थिक घटनाओं का हमारे बचत और निवेश (Savings and Investments) पर सीधा प्रभाव पड़ता है। और हमने जिस डेट फ़ंड (Debt Fund) में निवेश किया है उसके रिटर्न पर इसका सीधा प्रभाव पड़ता है। इसके बावजूद डेट फंड्स में निवेश करना जरूरी है। क्योंकि डेट फंड इक्विटी फंड (Equity Fund) की तुलना में सुरक्षित है।

 

डेट फंड में  निवेश करने से पहले कौनसी बातों का ध्यान रखना चाहिए?

 

डेट फंड में निवेश करने से पहले तीन बातों का ध्यान रखना चाहिए। सबसे पहले यह जानना महत्वपूर्ण है कि कंपनी कितनी अच्छी है, इस बारे में जानकारी प्राप्त करें कि क्या कंपनी नियमित प्रिंसिपल और ब्याज  (Principal and Interest) का भुगतान करती है और क्या उसके पास 10 साल का ट्रैक रेकॉर्ड है या नहीं। क्योंकि डेट फंड की ज्यादातर समस्याएं 10 साल में हल हो जाती है। फिक्स्ड इनकम (Fixed Income) में निवेश करना हर निवेशक के लिए जरूरी है क्योंकि यह आपके पोर्टफोलियो को स्थिरता देता है। इसलिए ज्यादातर निवेशकों को बैलेन्स्ड फंड में निवेश करने के लिए कहा जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि बैलेंस्ड फंड में 35% डेट इन्स्ट्रुमेंट में  निवेश है और यह इसमें स्थिरता के साथ मुद्रास्फीति (Inflation) की तुलना में अधिक रिटर्न देने की क्षमता रखता है।

 

फिक्स्ड इनकम (Fixed Income) के निवेशक कहाँ निवेश करते हैं?

 

यदि आपका फाइनेंशियल गोल (Financial Goal) निकट है तो आपको डेट फंड में निवेश करना चाहिए। जब फिक्स्ड इनकम (Fixed Income) में निवेश की बात आती है तो ज्यादातर भारतीय निवेशक PPF (Public Provident Fund) या MIS (Monthly Income Scheme) में निवेश करते हैं। लेकिन इन सभी योजनाओं के साथ समस्या यह है कि वे तरल  (Liquid) नहीं हैं और इसकी अवधि बहुत लंबी है और डेट फ़ंड  जितनी Tax Efficient भी नहीं है। जब आप इन सभी योजनाओं से ज्यादा रिटर्न पाने के लिए कंपनी फिक्स्ड डिपॉजिट (Corporate Fixed Deposit) में निवेश करते हैं तो आपको आपके पैसे की सुरक्षा की चिंता भी होती है। इसके विपरीत डेट फ़ंड Liquid भी है और Tax Efficient भी है।  

 


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मौजूदा स्थिति में क्या डेट फंड में निवेश बंद करना चाहिए?

 

 

मौजूदा स्थिति से डरकर हमे हमेशा के लिए डेट फंड में निवेश बंद नहीं करना चाहिए। प्रत्येक निवेशक को समस्या और जोखिम को ध्यान में रखते हुए डेट फंड में निवेश करना चाहिए। आपको केवल डेट फंड के पिछले रिटर्न के आधार पर निवेश नहीं करना चाहिए। डेट फंड में लिक्विडिटी (Liquidity) का पहलू बहुत जरूरी है। डेट फंड्स को SEBI (Securities and Exchange Board of India) द्वारा 16 प्रकारों में वर्गीकृत किया गया है। लेकिन रिटेल इनवेस्टर के लिए, मैं डेट फंड की इन कैटेगरी में से 2 या 3 की सिफारिश करूंगा।

 

कुछ दिनों या कुछ हफ्तों के लिए कहाँ निवेश करना चाहिए?

 

अगर आप कुछ दिनों या कुछ हफ्तों के लिए निवेश करना चाहते हैं तो मैं आपको लिक्विड फंड (Liquid Fund) में निवेश करने की सलाह दूंगा। लिक्विड फंड में आपको सेविंग बैंक अकाउंट (Savings Bank Account) से ज्यादा रिटर्न मिलेगा। यदि आप कुछ महीनों के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो मैं आपको अल्ट्रा शॉर्ट-टर्म डेट फंड (Ultra-Short Term Debt Fund) या  में निवेश करने का सुझाव दूंगा।

 

डेट फंड निवेशक के लिए सबसे महत्वपूर्ण क्या है?

 

ज्यादातर निवेशक कुछ अधिक रिटर्न के लालच में पूंजी जोखिम  (Capital Risk) में डाल देते हैं। डेट फंड निवेशक के लिए पूंजी संरक्षण (Capital Protection) सबसे महत्वपूर्ण पहलू है।

 

क्या पिछले साल के रिटर्न को देखकर डेट फंड में निवेश करना चाहिए?

 

डेट फंड निवेशक को केवल पिछले साले के रिटर्न को देखकर किसी भी डेट फंड में निवेश नहीं करना चाहिए। क्योंकि आपको नहीं पता कि इस रिटर्न को पाने के लिए डेट फंड में क्रेडिट रिस्क (Credit Risk) उठाया गया है या नहीं। जब हम डेट फंड्स में सेफ्टी (Safety) और कैपिटल प्रोटेक्शन (Capital Protection) की तलाश कर रहे हैं तो हमें पिछले रिटर्न के आधार पर निवेश नहीं करना चाहिए ।

 

मेरी सलाह के अनुसार, डेट फंड के निवेशक को अल्ट्रा शॉर्ट टर्म डेट फंड (Ultra-Short Term Debt Fund)  या शॉर्ट टर्म डेट फंड ( Short-Term Debt Fund ) में ही निवेश करना चाहिए।

 

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Niketu Dave
I am an MBA and an AMFI (Association of Mutual Funds of India) registered Mutual Fund Distributor. I am passionate about Personal Finance, Investment, Mutual Funds and Share Markets. Facebook LinkedIn